Tarasti hai nigahen lyrics
Tarasti hai nigahen lyrics जाय काहे को है वफ़ा ये कहे रघनसाहिबान जो लागे थे कभिवोह फ़रेब-ए-नज़र अज़्माँअब शराफत नहीं तु रिवायत नहीं बाकिहो किसि कादर असि अबत न बाकि बंद करे आइसा न कहै कोईघलाट फहमी जो बानी हैखोया नहीं अपनापनएहसस के रहि रहल छनि तर्स्ति हें निगाहिं मेरितकती हैं राहीं तेरीसुन्न कभी अहिं … Read more