Sajado ghar ko gulshan sa lyrics

Sajado ghar ko gulshan sa lyrics

Sajado ghar ko gulshan sa lyrics

सजा दो घर को गुलशन सा,  मेरे सरकार आये है,
लगे कुटिया भी दुल्हन सी, मेरे सरकार आये है….


पखारो इनके चरणों को बहा कर प्रेम की गंगा,
बिषा दो अपनी पलको को मेरे सरकार आये है,
सजा दो घर को गुलशन सा,  मेरे सरकार आये है….


“… सरकार आ गए है मेरे गरीब खाने में,
आया दिल को सकून उनके करीब आने में,
मुदत से प्यासी आखियो को मिला आज वो सागर,
भटका था जिसको पाने की खातिर इस ज़माने में….”
उमड़ आई मेरी आंखे देख कर अपने बाबा को,
हुई रोशन मेरी गलियां मेरे सरकार आये है,
सजा दो घर को गुलशन सा,  मेरे सरकार आये है….

तुम आकर भी नहीं जाना मेरी इस सुनी दुनिया से,
कहु हर दम यही सबसे मेरे सरकार आये है,
सजा दो घर को गुलशन सा,  मेरे सरकार आये है….

सजा दो घर को गुलशन सा,  मेरे सरकार आये है,
लगे कुटिया भी दुल्हन सी, मेरे सरकार आये है

Sajado ghar ko gulshan sa lyrics in English

Decorate the house like Gulshan, my government has come,
Even the cottage looks like a bride, my government has come….

Wash the Ganges of love by shedding their feet,
Give poison to your eyelids, my government has come,
Decorate the house like Gulshan, my government has come….

“…the government has come to my poor food,
My heart was relieved to come closer to him,
Thirsty eyes got that ocean today,
For the sake of getting whom I had gone astray in this world….”

My eyes swelled up seeing my Baba,
My streets have been illuminated, my government has come,
Decorate the house like Gulshan, my government has come….

You don’t even come and go from this world of mine,
Where should I say that my government has come all the way,
Decorate the house like Gulshan, my government has come….

Decorate the house like Gulshan, my government has come,
Even the cottage looks like a bride, my government has come

Sajado ghar ko gulshan sa lyrics in Marathi

गुलशनसारखे घर सजवा, माझे सरकार आले,
झोपडीतही नवरी दिसते, माझे सरकार आले….

पाय सांडून प्रेमाची गंगा धुवा.
पापण्यांना विष दे, माझे सरकार आले,
गुलशन सारखे घर सजवा, माझे सरकार आले…

“…सरकार माझ्या गरीब जेवणावर आले आहे,
त्याच्या जवळ आल्याने माझे मन हलके झाले,
तहानलेल्या डोळ्यांना आज तो सागर मिळाला,
ज्याला मिळवण्यासाठी मी या जगात भरकटले होते…”

बाबांना पाहून माझे डोळे पाणावले.
माझे रस्ते उजळून निघाले, माझे सरकार आले,
गुलशन सारखे घर सजवा, माझे सरकार आले…

माझ्या या दुनियेतून तू ये-जाही करत नाहीस,
माझे सरकार आले असे कुठे म्हणावे,
गुलशन सारखे घर सजवा, माझे सरकार आले…

गुलशनसारखे घर सजवा, माझे सरकार आले,
झोपडीतही नवरी दिसते, माझे सरकार आले आहे

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